कठवा मोड़ (गाजीपुर)। बौद्ध विहार बुद्ध नगर कठवा मोड़ पर गुरुवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में धम्म चारिका पद यात्रा के आयोजक भंते चंद्रमा थेरो ने कहा कि बुद्ध का संदेश आज भी मानव जीवन के लिए पूरी दुनिया में प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि बुद्ध के बताए मार्ग को मानव कल्याण के पथ से हटाकर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
भंते चंद्रमा ने आगे कहा कि वर्तमान समय में उच्च जीवन स्तर के लिए बुद्ध के पंचशील के मार्ग पर चलना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक धम्म चारिका पद यात्रा 16 नवंबर को सारनाथ से शुरू होकर 8 दिसंबर को कुशीनगर पहुंचेगी। इसी क्रम में यात्रा गुरुवार को सुबह 11 बजे बौद्ध विहार बुद्ध नगर कठवा मोड़ पहुंची, जहां सैकड़ों उपासकों के साथ श्रोतापन भंते बुद्धशरण ने यात्रा का स्वागत किया।
धार्मिक कट्टरता से निपटने का संदेश
आयोजन समिति के संस्थापक संजय सिंह कुशवाहा ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप ही नहीं, वैश्विक संदर्भ में भी वर्तमान समय का परिदृश्य भयावह है। धार्मिक कट्टरता, असहिष्णुता, अंधविश्वास, मॉब लिंचिंग जैसी चुनौतियों के बीच यह धम्म यात्रा एक आशा की किरण है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने भिक्षुओं को संदेश दिया था:
चरथ भिक्खवे चारिकं, बहुजन हिताय बहुजन सुखाय, लोकानुकंपाय अत्थाय हिताय सुखाय देव मनुस्सानं।
अर्थात, भिक्षु बहुजन के सुख और कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।
भंते चंद्रमा ने कहा कि धम्म यात्रा समाज को सहनशील, सृजनशील और समवाय की भावना से ओत-प्रोत करती है। यह मानव मन में करुणा, मैत्री, न्याय, समानता और स्वतंत्रता की भावनाओं को जागृत करती है।
इतिहास समेटे धम्म यात्रा
इस धम्म यात्रा के माध्यम से बुद्ध के मंगलकारी धम्म और संघ का प्रचार-प्रसार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सदियों के इतिहास को समेटे हुए है, जिसमें अनेकों बौद्ध भिक्षुओं ने पूरे विश्व में करुणा और न्याय का संदेश फैलाया।
कार्यक्रम का समापन और चीवरदान
कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि को परिवार सहित चीवरदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन भंते बुद्धशरण ने किया और अध्यक्षता बालेश्वर सिंह कुशवाहा ने की।
उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:
दिनानाथ कुशवाहा, दिनेश कुमार, संजय सिद्धार्थ, रामश्रय, इंद्रासन, राजेश, गुलाब राम, अनिल चौधरी, मनोज, अरविंद, पिंटू पांडे, प्रमोद कुशवाहा, अखिल शर्मा, महेंद्र राम, महेंद्र यादव, रामकृत यादव सहित सैकड़ों उपासक।