रेयाज अहमद
भारत में वंदे भारत एक्सप्रेस और बुलेट ट्रेन जैसी नई हाई-स्पीड ट्रेनों का आगाज़ हो रहा है, जो देश के विकास का प्रतीक मानी जा रही हैं। ये ट्रेनें तेज, आरामदायक और आधुनिक हैं, लेकिन सवाल उठता है कि क्या इनसे गरीबों को कोई लाभ हो रहा है।
आमतौर पर गरीब यात्री सामान्य ट्रेन से ही सफर करते हैं, जबकि हाई-स्पीड ट्रेनों की टिकटें काफी महंगी होती हैं, जो उनकी पहुंच से बाहर हैं। रेलवे प्लेटफार्म पर सो रहे गरीब लोगों की तस्वीरें इस बात की गवाही देती हैं कि वे बुनियादी सुविधाओं के अभाव में हैं। कुछ रेलवे स्टेशनों पर पानी, बैठने की जगह और साफ-सफाई की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है।
वहीं, वंदे भारत और बुलेट ट्रेन जैसी नई ट्रेनों में सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं, जो अमीर यात्रियों को आकर्षित कर रही हैं। रेलवे का आधुनिकीकरण हो रहा है, लेकिन गरीब यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करना अधिक महत्वपूर्ण है।
सरकार को चाहिए कि वह गरीब यात्रियों के लिए सस्ती और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करे। विकास का लाभ सभी वर्गों को मिलना चाहिए, खासकर उन लोगों को, जो सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से कमजोर हैं।
इसलिए, जब वंदे भारत एक्सप्रेस और बुलेट ट्रेन की बात की जाती है, तो यह आवश्यक है कि विकास का फायदा सभी को मिले, ताकि भारत के हर नागरिक का सपना साकार हो सके।