गाज़ीपुर। सादात ब्लॉक के ग्राम सभा बिजहरी से मनरेगा कार्यों में बड़े घोटाले की सूचना सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गांव में पोखरी खुदाई के नाम पर मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। बताया जा रहा है कि मौके पर कार्य बंद है, इसके बावजूद मस्टर रोल में मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि विवेक के खेत के बगल में पोखरी खुदाई का काम चार दिन पूर्व जेसीबी मशीन से कराया गया, जबकि नियमानुसार यह कार्य मनरेगा मजदूरों से कराया जाना था। सूत्रों की मानें तो दो दिन तक पोखरी की खुदाई जेसीबी से कराई गई और केवल 10 से 12 मजदूर ही कार्यरत रहे, परंतु मस्टर रोल में 110 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज है।
फोटो का भी घोटाला
सूत्र बताते हैं कि एक ही मजदूर की तस्वीर अलग-अलग एंगल से खींचकर कई अलग-अलग नामों से मस्टर रोल में दर्ज की जाती है। वहीं गांव की महिलाओं को केवल फोटो खिंचवाने के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद उनके नाम पर मजदूरी की धनराशि निर्गत कर दी जाती है। लेकिन वास्तविक भुगतान मजदूरों तक पहुंचने के बजाय कथित रूप से ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक और सचिव के बीच बंटवारा हो जाता है।
मजदूरों का शोषण
जानकारी के अनुसार, जॉब कार्ड धारकों को सिर्फ 500 रुपये थमाए जाते हैं, और बाकी की रकम हड़प ली जाती है। इससे गरीब मजदूरों को उनके मेहनताने का हक नहीं मिल पा रहा है।
ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
इस मामले को लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष है। उन्होंने प्रशासन से घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द जांच नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से प्रदर्शन करेंगे।
(सूत्रों के अनुसार समाचार)
नोट: यह खबर ग्रामीण सूत्रों और स्थानीय लोगों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित है।
वसीम रज़ की रिपोर्ट