रेयाज अहमद की रिपोर्ट
मोहम्मदाबाद- गाजीपुर जनपद में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल है। खासतौर पर मोहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के सेमरा गांव के लोग बेहद चिंतित हैं। जानकारी के अनुसार, बीते वर्षों में गंगा के कटान से इस गांव का बड़ा हिस्सा नदी में समा चुका है। गांव के अस्तित्व को बचाने के लिए तट पर बांध का निर्माण कराया गया था, जो ग्रामीणों के अनुसार बेहतर तरीके से तैयार किया गया।
हालांकि, इस तटबंध के उपर से गांव का नाला, बरसात और गंदा पानी सीधे गंगा में जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस नाले के कारण तटबंध कई स्थानों पर कमजोर हो गया था। इस वर्ष गंगा का जलस्तर अचानक तेजी से बढ़ने के कारण पानी तटबंध की भीतरी सतह तक पहुंच गया है, जिससे तटबंध के टूटने का खतरा बन गया है।
सेमरा निवासी नन्दू यादव ने बताया कि पहले भी इस नाले के कारण तटबंध को नुकसान पहुंचा था, जिसकी मरम्मत समय रहते नहीं कराई गई। अब जलस्तर बढ़ने से स्थिति और गंभीर हो गई है। अगर तटबंध टूटता है तो कटान फिर शुरू हो सकता है।

हरिनारायण यादव का कहना है कि यदि तत्काल प्रभाव से इसका समाधान नहीं किया गया, तो पूरा गांव धीरे-धीरे गंगा में विलीन होने का खतरा झेल सकता है। प्रशासन से राहत व बचाव कार्य शुरू करने की मांग की गई है।
उधर, गाजीपुर में गंगा का जलस्तर वाराणसी की ओर से लगातार बढ़ रहा है। नदी का पानी निचले इलाकों और तटीय गांवों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ नियंत्रण विभाग की मानें तो गाजीपुर में गंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है, मगर बीते 24 घंटों में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रशासन द्वारा संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों की निगरानी और तटबंधों की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं सेमरा गांव के लोग रात-दिन डरे सहमे अपने घर और तटबंध की स्थिति पर निगाहें टिकाए हुए हैं।