रेयाज अहमद
गाजीपुर– अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2024 के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गाजीपुर के कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना: आपसी समझ और शांति के लिए साक्षरता” के अंतर्गत यह कार्यक्रम जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री संजय सोनी के निर्देशानुसार वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक प्रियंका प्रजापति के द्वारा आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में बालिकाओं के लिए “बालिकाओं के लिए शिक्षा जरूरी है” विषय पर निबंध प्रतियोगिता और मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बालिकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा के महत्व और उसकी निरंतरता के बारे में जागरूक किया गया। उन्हें बताया गया कि शिक्षा केवल आत्मविकास का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज में आपसी समझ और शांति स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है।
समाज में जागरूकता फैलाने पर जोर
कार्यक्रम के दौरान विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह, बाल अपराध (POCSO) के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही, सरकार द्वारा संचालित निशुल्क हेल्पलाइन नंबरों – 181 (महिला हेल्पलाइन), 1090 (वूमेन पावर लाइन), 108 (एम्बुलेंस सेवा), 102 (स्वास्थ्य सेवा), 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), और 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन) – के बारे में बालिकाओं को अवगत कराया गया, ताकि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में इन सेवाओं का लाभ उठा सकें।
प्रतियोगिता में विजेता बालिकाएं
निबंध प्रतियोगिता में कक्षा 8 की मानसी कुशवाहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि कक्षा 7 की रेखा कुमारी और कक्षा 6 की प्रांजलि कुशवाहा क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं, मेहंदी प्रतियोगिता में कक्षा 8 की संध्या कुमारी प्रथम स्थान पर रहीं, कक्षा 7 से रिंकला कुमारी और कक्षा 6 से रुचि बिंद ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन कर स्थान हासिल किया।

इस अवसर पर विद्यालय की अधीक्षिका श्रीमती वंदना राय के साथ वन स्टॉप सेंटर की टीम के सदस्य सरिता राय, सुनीता सिंह, रुचि यादव और विद्यालय की अन्य अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं। सभी ने बालिकाओं को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए उन्हें जीवन में सफलता के लिए निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा की महत्ता से अवगत कराना और समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाना था।