गुजरात में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है और 18,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात कर स्थिति की जानकारी ली और बाढ़ से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए।
1200 से अधिक लोगों का रेस्क्यू अभियान सफल
राज्य के कई हिस्सों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। विशेषकर वडोदरा शहर में विश्वामित्री नदी उफान पर है, हालांकि जलस्तर में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है। प्रशासन ने अब तक 1,200 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है और राहत कार्यों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और अन्य सुरक्षा बल जुटे हुए हैं।
भारी बारिश से प्रभावित इलाके
पिछले 24 घंटों में देवभूमि द्वारका जिले के भाणवड में 295 मिमी, कच्छ के अब्दासा में 276 मिमी, और कल्याणपुर में 263 मिमी बारिश दर्ज की गई है। राज्य के कई अन्य तालुकाओं में भी भारी वर्षा के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
प्रधानमंत्री का आश्वासन और निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ से बचाव के उपायों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री पटेल को निर्देश दिया कि बाढ़ के बाद बीमारियों की रोकथाम के लिए उचित सफाई और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं। प्रधानमंत्री ने राज्य को हरसंभव सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन दिया है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में अभी भी भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

राहत और बचाव कार्य जारी
वडोदरा, द्वारका, जामनगर, राजकोट और कच्छ के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। सुरक्षाबलों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी स्थिति को नियंत्रित करने में लगा हुआ है, जिससे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।