रेयाज अहमद
आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही ठगी के मामले भी बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स लोगों को लुभावने ऑफर या बड़ी छूट के नाम पर धोखा देते हैं और उनके पैसे हड़प लेते हैं।
ठगी कैसे होती है?
स्कैमर्स अक्सर लोगों को मैसेज या ईमेल के जरिए फर्जी लिंक भेजते हैं। इन लिंक में दावा किया जाता है कि आप बड़े ऑफर या डील का फायदा उठा सकते हैं। लोग बिना सोचे-समझे इन लिंक पर क्लिक कर देते हैं, जिससे उनके मोबाइल या कंप्यूटर में वायरस आ सकता है, या फिर उनकी बैंकिंग जानकारी चुरा ली जाती है।
मैसेज में आए लिंक से कैसे बचें?
- फर्जी लिंक की पहचान करें: हमेशा ध्यान रखें कि बड़े ब्रांड या शॉपिंग साइट्स आपको मैसेज के जरिए ऑफर नहीं भेजते। अगर आपको कोई ऐसा मैसेज मिलता है, जिसमें बड़े डिस्काउंट या ऑफर का दावा किया गया है, तो वह फर्जी हो सकता है।
- लिंक पर क्लिक न करें: ऐसे किसी भी मैसेज में भेजे गए लिंक पर गलती से भी क्लिक न करें। यह लिंक आपकी निजी जानकारी, जैसे कि बैंक डिटेल्स या पासवर्ड, चुराने के लिए हो सकते हैं।
- सुरक्षित वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें: हमेशा भरोसेमंद और प्रसिद्ध शॉपिंग साइट्स का इस्तेमाल करें। अगर आपको किसी नई साइट से शॉपिंग करनी है, तो पहले उसकी समीक्षा जरूर पढ़ें।

ठगी के इस नए तरीके से बचने के उपाय:
- दो-स्तरीय सुरक्षा: अपने बैंक अकाउंट्स और ऑनलाइन शॉपिंग अकाउंट्स में दो-स्तरीय सुरक्षा (two-factor authentication) का इस्तेमाल करें।
- साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल: अपने मोबाइल और कंप्यूटर में अच्छे एंटीवायरस और सुरक्षा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें ताकि आपके डिवाइस सुरक्षित रहें।
- लिंक की सत्यता की जांच करें: किसी भी मैसेज या ईमेल में आए लिंक को क्लिक करने से पहले, उसकी सत्यता की जांच करें। आप लिंक को कॉपी करके एक अलग टैब में खोल सकते हैं और देख सकते हैं कि वह वेबसाइट सही है या नहीं।
ऑनलाइन शॉपिंग आज की जरूरत बन चुकी है, लेकिन इसके साथ ही आपको सतर्क रहना भी जरूरी है। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले एक बार जरूर सोचें, वरना आप बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं।