हाल ही में केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। कैबिनेट की बैठक में यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को मंजूरी दी गई है। यह फैसला उन लोगों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है जो नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) का हिस्सा थे या पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme, OPS) के लाभार्थी रह चुके हैं। इस नई योजना के आने से अब NPS के ग्राहकों को UPS पर स्विच करने का विकल्प मिलेगा। आइए जानते हैं कि NPS, OPS और UPS में क्या अंतर हैं और UPS से किसे कितना लाभ होगा।
1. पुरानी पेंशन योजना (OPS) क्या थी?
OPS, सरकारी कर्मचारियों के लिए एक लाभकारी पेंशन योजना थी, जिसमें पेंशन की राशि पूरी तरह से सरकार द्वारा वहन की जाती थी। इसमें रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित रकम पेंशन के रूप में मिलती थी, जो कर्मचारी के अंतिम वेतन पर आधारित होती थी। इसे ‘डिफाइंड बेनिफिट पेंशन’ के नाम से भी जाना जाता है।
2. नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में क्या था?
2004 के बाद से सरकारी कर्मचारियों के लिए नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) लागू की गई, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान होता था। इसमें पेंशन की राशि मार्केट लिंक्ड होती है, यानी कर्मचारियों को उनके निवेश पर आधारित रिटर्न मिलता है। यह एक ‘डिफाइंड कॉन्ट्रिब्यूशन पेंशन स्कीम’ है।
3. यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?
UPS, नई पेंशन योजना है, जिसे NPS की जगह देने के लिए पेश किया गया है। यह योजना NPS और OPS दोनों का मिश्रण है, जिसमें कुछ हद तक निश्चित पेंशन दी जाएगी और कुछ हिस्सा मार्केट के रिटर्न से जुड़ा रहेगा। इसका मकसद है कि सरकारी कर्मचारी को पुरानी पेंशन जैसी सुरक्षा मिले, लेकिन साथ ही NPS की तरह मार्केट आधारित फायदा भी मिल सके।
4. UPS में क्या होगा नया?
UPS में कर्मचारियों को पेंशन का एक निश्चित हिस्सा OPS की तरह मिलेगा, जबकि बाकी राशि NPS के तहत मार्केट से जुड़े रिटर्न पर आधारित होगी। यह एक हाइब्रिड स्कीम है जो दोनों पेंशन योजनाओं के फायदे को एक साथ लाती है। इससे कर्मचारियों को स्थिर आय और अधिक रिटर्न का लाभ मिलेगा।
5. NPS के ग्राहक UPS पर कैसे स्विच कर सकते हैं?
NPS के मौजूदा ग्राहक आसानी से UPS पर स्विच कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें एक निश्चित प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा, जिसके बाद वे UPS का लाभ उठा सकेंगे।
6. UPS का लाभ किसे मिलेगा?
UPS का लाभ सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा, विशेषकर उन कर्मचारियों को जो 2004 के बाद नियुक्त हुए थे और NPS के तहत पेंशन का लाभ ले रहे थे। ये कर्मचारी अब UPS में शिफ्ट होकर बेहतर पेंशन का लाभ उठा सकेंगे।
7. UPS में पेंशन की गणना कैसे होगी?
UPS में पेंशन की गणना कर्मचारी के वेतन और उनके योगदान के आधार पर की जाएगी। एक हिस्सा फिक्स्ड होगा, जो OPS के तहत पेंशन की तरह होगा, और दूसरा हिस्सा मार्केट लिंक्ड रिटर्न पर आधारित होगा, जो NPS की तरह काम करेगा।
8. UPS में सरकारी योगदान क्या रहेगा?
NPS की तरह UPS में भी सरकारी योगदान रहेगा, जिसमें नियोक्ता और कर्मचारी दोनों योगदान करेंगे। हालांकि, UPS में कर्मचारी को निश्चित पेंशन राशि का फायदा होगा, जो NPS से अलग है।
9. UPS से कर्मचारी को क्या फायदे होंगे?
UPS में कर्मचारी को पुरानी पेंशन योजना की तरह एक निश्चित पेंशन मिलेगी, साथ ही NPS की तरह अतिरिक्त रिटर्न का लाभ भी मिलेगा। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए आदर्श होगी, जो स्थिर पेंशन और बेहतर रिटर्न चाहते हैं।
10. क्या UPS से सरकारी खजाने पर असर पड़ेगा?
हां, UPS से सरकारी खजाने पर अधिक भार पड़ सकता है, क्योंकि OPS के तहत सरकार पूरी पेंशन की जिम्मेदारी उठाती थी। हालांकि, UPS में मार्केट लिंक्ड रिटर्न का फायदा होगा, जिससे सरकार का बोझ कुछ हद तक कम हो सकता है।
निष्कर्ष
UPS, NPS और OPS का मिला-जुला रूप है, जो कर्मचारियों को स्थिरता और बेहतर रिटर्न दोनों का लाभ देगा। यह कदम कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है।