मुहम्मदाबाद, गाजीपुर: करोड़ों की लागत से बने मुहम्मदाबाद ट्रामा सेंटर की स्थिति आज भी दयनीय बनी हुई है। स्थानीय लोगों और मरीजों का कहना है कि यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के तमाम सरकारी दावों के बावजूद इस सेंटर में अल्ट्रासाउंड जैसी जरूरी जांच सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिससे मरीजों को मजबूरी में महंगे निजी जांच केंद्रों का रुख करना पड़ता है।

बिजली और पानी की किल्लत: मरीजों और कर्मचारियों के अनुसार, ट्रामा सेंटर में जनरेटर की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे बिजली कटने पर बीमार मरीजों को अंधेरे में ही इलाज कराना पड़ता है। इसके अलावा, यहां पीने के लिए शुद्ध पानी तक उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण मरीजों और स्टाफ को बाहर से पानी लाना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि चार साल पहले जिस उद्देश्य से यह ट्रामा सेंटर बनाया गया था, वह अब तक अधूरा है। प्रशासन की उदासीनता के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय नागरिकों ने मांग की है कि जल्द से जल्द ट्रामा सेंटर में सभी आवश्यक सुविधाएं बहाल की जाएं।
(यह रिपोर्ट विभिन्न स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाओं पर आधारित है। प्रशासन से इस मामले पर प्रतिक्रिया मिलने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।)