रेयाज अहमद
पटनाः 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक राज को बिहार का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। गृह विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। पूर्व डीजीपी आरएस भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद से यह पद रिक्त हो गया था, और अब आलोक राज को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। वर्तमान में आलोक राज निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीजी के पद पर कार्यरत थे, और अब वे बिहार पुलिस के सर्वोच्च पद पर रहेंगे।
आरएस भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद नियुक्ति:
पूर्व डीजीपी आरएस भट्टी को सीआईएसएफ (CISF) के महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है, जो एक महत्वपूर्ण पद है। वे बिहार के पहले ऐसे डीजीपी हैं जिन्हें किसी केंद्रीय मिलिट्री एजेंसी की कमान सौंपी गई है। भट्टी के स्थानांतरण के बाद आलोक राज को यह नई जिम्मेदारी दी गई है।
आलोक राज का कार्यकाल:
गृह विभाग की अधिसूचना के अनुसार, आलोक राज को फिलहाल डीजीपी के प्रभार में रखा गया है। वे अगले आदेश तक इस पद पर रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव, जो 2025 में होने वाले हैं, तक इस पद पर बने रह सकते हैं। हालांकि उन्हें अभी पूर्णकालिक डीजीपी का दर्जा नहीं दिया गया है, लेकिन यह संभावना है कि उनका कार्यकाल लंबे समय तक चल सकता है।
वर्ष 2022 में भी थी डीजीपी बनने की चर्चा:
आलोक राज का नाम 2022 में भी डीजीपी पद के लिए चर्चा में था, लेकिन उस समय उन्हें यह पद नहीं मिला। वरिष्ठता के बावजूद, आरएस भट्टी को उस समय यह जिम्मेदारी दी गई थी। अब, जब भट्टी ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की इच्छा जताई, तो राज्य सरकार ने आलोक राज को इस पद के लिए चुना।
कौन हैं आलोक राज:
आलोक राज एक अनुभवी और समर्पित अधिकारी हैं, जिन्होंने बिहार पुलिस और केंद्रीय सेवा दोनों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनकी कार्यशैली और प्रशासनिक क्षमता के चलते उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में उनकी सेवाओं को सराहा गया है, और अब वे राज्य की कानून व्यवस्था को संभालने में अहम भूमिका निभाएंगे।
आलोक राज की इस नियुक्ति के बाद बिहार पुलिस को एक स्थिर और अनुभवी नेतृत्व मिलेगा, जो राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में मदद करेगा।