रेयाज अहमद की रिपोर्ट
भांवरकोल (गाजीपुर): क्षेत्र के कनुवान गांव की राजभर बस्ती में गुरुवार देर रात उमाशंकर राजभर की झोपड़ी में अचानक आग लगने से उनकी पूरी गृहस्थी जलकर राख हो गई। इस आगजनी की घटना में दो भैंसें झुलस गईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है, जबकि दूसरी मामूली रूप से घायल हुई। वहीं, झोपड़ी में बंधी दो बकरियां रस्सी तोड़कर भागने में सफल रहीं। ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
मच्छरों से बचाव के लिए किया था धुंआ, चिंगारी से लगी आग:
घटना के संबंध में बताया गया है कि उमाशंकर राजभर ने मच्छरों से बचाने के लिए अपनी भैंसों और बकरियों को झोपड़ी में बांधकर उसमें धुंआ किया था। खुद उमाशंकर अपने परिवार के साथ बगल के टीनशेड में सोने चला गया। देर रात धुंए से निकली चिंगारी ने झोपड़ी में आग पकड़ ली, जिससे यह हादसा हो गया। शोर-शराबे के बाद आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक गृहस्थी का सारा सामान जलकर नष्ट हो चुका था।
लेखपाल ने किया नुकसान का आकलन:
घटना की जानकारी मिलते ही ग्राम प्रधान ने प्रशासन को सूचित किया। क्षेत्रीय लेखपाल निशांत पाठक ने मौके पर पहुंचकर क्षति का आकलन किया और रिपोर्ट तैयार कर तहसील प्रशासन को भेज दी। उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित परिवार को जल्द ही प्रशासनिक सहायता प्रदान की जाएगी।
ग्रामीणों ने दिखाई तत्परता:
ग्रामीणों की तत्परता से आग पर जल्द काबू पाया जा सका, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को जल्द सहायता प्रदान करने की मांग की है।
तहसील प्रशासन से मदद की उम्मीद:
इस आगजनी से उमाशंकर राजभर का घर पूरी तरह जल चुका है, और उनके पास अब जीवनयापन के लिए जरूरी सामान भी नहीं बचा। परिवार को अब प्रशासन से मदद की उम्मीद है, ताकि वे फिर से अपने जीवन की शुरुआत कर सकें।