रेयाज अहमद
अमेठी, उत्तर प्रदेश: अमेठी जिले के मुसाफिरखाना तहसील अंतर्गत महिला पत्रकार सबा खान ने SDM प्रीति तिवारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला पत्रकार सबा खान का कहना है कि उनकी पैतृक जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करवाया गया है और इसके पीछे SDM की मिलीभगत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी लगातार शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
जमीन विवाद का मामला
मामला अमेठी थाना भाले सुल्तान अंतर्गत गायिमऊ गांव का है, जहां सबा खान और उनकी मां इशरत जहां की पैतृक जमीन पर कुछ लोग जबरन कब्जा कर रहे हैं। सबा खान ने बताया कि उनके पास जमीन से संबंधित सभी वैध दस्तावेज हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन ने उनकी कोई मदद नहीं की। उनका दावा है कि SDM प्रीति तिवारी ने थाना भाले सुलतान के इंस्पेक्टर को मौखिक आदेश देकर कब्जा करवाने में सहयोग किया।
एसडीएम के कार्यालय से निकाला बाहर
सबा खान ने बताया कि जब वह अपनी शिकायत लेकर SDM प्रीति तिवारी के कार्यालय पहुंचीं, तो अधिकारी ने उनसे कहा, “मेरा मूड खराब है, मैं आपका काम नहीं कर पाऊंगी,” और इसके बाद उन्हें दफ्तर से बाहर निकलवा दिया। सबा खान ने कहा कि वह गिड़गिड़ाती रहीं, लेकिन अधिकारी ने उनकी एक भी बात सुनने से इनकार कर दिया। इससे उन्हें गहरा धक्का लगा और उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
महिला पत्रकार का दर्द
सबा खान ने बताया कि उनकी मां इशरत जहां पिछले दो महीने से न्याय की आस में SDM कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। सबा ने कहा, “अगर एक पत्रकार होने के बावजूद मुझे न्याय नहीं मिल रहा, तो आम जनता के लिए न्याय की उम्मीद करना और भी मुश्किल हो जाता है।”
न्याय की उम्मीद
सबा खान ने उच्च अधिकारियों से अपील की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और SDM प्रीति तिवारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि वह न्याय के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगी, ताकि उनके साथ हुए अन्याय का अंत हो सके।
अधिकारियों पर सवाल
यह मामला प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही और आम जनता के साथ उनके व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सबा खान का कहना है कि यह केवल उनकी जमीन का मामला नहीं है, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार का प्रतीक है।